बनारस में ज्ञानवापी विवादित परिसर में सर्वे के दौरान एक तालाब के नीचे भगवान शिव का 12 फिट 8 इंच का शिवलिंग मिला है इसी जगह मुस्लिम संप्रदाय के लोग नमाज़ पढ़ने से पहले हाथ पैर धोते थे। सूत्रों के मुताबित परिसर में एक तालाब था जिसे नमाज़ी वज़ूखाना कहते है वज़ूखाना उस स्थान को कहा जाता है जिसमे नमाज़ी नमाज़ पढ़ने से पहले हाथ पैर धोते है। उसी तालाब में एक कुएनुमा आकृति में सर्वे के दौरान शिवलिंग पाया गया है। सर्वे टीम की मदद से तालाब का पानी खाली किया तो उसमे एक बड़ा शिवलिंग दिखाई दिया।
सर्वे को रोकने के लिए परिसर के मौलवियों ने भरपूर कोशिश की उनका कहना था की तालाब यानि की वज़ूखाने में बहुत सारी मछलियां भी है अगर तालाब के पानी को खाली किया गया तो वो सारी मछलियां मर जायेगी। सर्वे टीम ने पंप की मदद से तालाब का पानी खाली किया तो उसमे एक बड़ा शिवलिंग दिखाई दिया।
इसके बाद सीनियर डिवीजन सिविल जज रवि कुमार दिवाकर के आदेशानुसार ज्ञानवापी विवादित परिसर को सील कर दिया गया है। अपने इस आदेश पत्र में उन्होंने शिवलिंग को एक ठोस प्रमाण बताते हुए सीआरपीएफ की टीम को परिसर को अपनी सुरक्षा में लेने के निर्देश दिए है और साथ ही परिसर में हिंदू-मुस्लिम दोनो ही संप्रदाय के लोगो के प्रवेश पर रोक लगा दी है।