दोस्तों हम सभी ने अपने जीवन में बहुत सी प्रेम कहानिया सुनी होंगी और देखी भी होंगी. जब कोई इन्सान किसी को सच्चा प्यार करता है तो उसे सब कुछ खुबसुरत और प्यारा लगता है उसे अमीर, गरीब ,जाति -धर्म ,रंग -रूप से कुछ लेना नही होता है .वो तो बस अपने प्यार के साथ खुशहाल जीवन बिताना चाहता है
लेकिन कुछ प्रेम कहानिया ऐसी होती है जिसे ये दुनिया वाले कबूल नही करते . इसके बाबजूद भी प्रेमी अपने प्यार को रिश्ते का नाम देने के लिए शादी करने की हिम्मत रखते है . आज हम आपको ऐसी ही अनोखी प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे है जिसमे दो प्यार करने वालो ने दुनिया की परवाह किये बिना शादी कर ली है और साबित कर दिया कि सच्चे प्यार की हमेशा जीत होती है
दरअसल ये मामला अयोध्या के सिद्ध स्थान नंदीग्राम भरतकुंड का है .जहां बताया गया है की शिव कुमार वर्मा नाम के एक लड़के ने लड़की अंजली सिंह के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्राचीन मंदिर में सात फेरे ले लिए. इसमें आप कहेंगे की इसमें ख़ास बात क्या है शादी तो होती रहती है. तो चलिए जानते है इस अनोखी शादी के बारे में विस्तार से
कन्यादान की निभाई रस्म
जानकारी के मुताबिक अंजली और शिव अयोध्या में भगवान राम के भाई भरत की तपोस्थली नंदीग्राम में शादी करने के लिए पहुंचे थे. ताकि शादी के दौरान भगवान राम का आशीर्वाद इन दोनों दंपति को मिल सके. नंदीग्राम के प्राचीन मंदिर में पंडित अरुण कुमार तिवारी ने भगवान को साक्षी मान कर इस शादी को संपन्न कराया. इस शादी में अंजली के परिवार से बहन और बहनोई ने कन्यादान किया. इस दौरान गांव के मौजूद लोग भी बेहद खुश नजर आये. इस खुशी में खुद गांव के लोगों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया. और दम्पति को गांव वालों ने सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद भी दिया.
शादी के बाद लिया बहुत बड़ा फैसला
शिव कुमार ने अंजली संग अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए हैं. जिसको उन्होंने जीवन भर निभाने का वादा किया. और उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी बेसहारा बच्चे को गोद लेकर हम अपने परिवार को आगे बढ़ाएंगे.जिसे सुनकर सभी लोग हैरान रह गये वहीं दुल्हन अंजली का भी कहना है की हमारे किन्नर समाज को दुनिया अच्छी नजरों से नहीं देखती है. इसलिए अभी हम दोनों के इस फैसले को स्वीकार करने में दोनों परिवार को थोड़ी समस्या जरूर आएगी. लेकिन बाद में धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा.