पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इस माह के अंत तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर को उत्तरप्रदेश की जनता को सौंपेंगे। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट,नोएडा फिल्म सिटी और एक्सप्रेस-वे जैसी बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में करीब 41 हजार करोड़ रुपए की लागत से तैयार कराया गया 340 किमी लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे इस महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को सौंपेंगे। इसी के साथ करीब 36,000 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला अगले माह रखेंगे।
योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास जुलाई 2018 में आजमगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। इस एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल के लिए लाइफ लाइन कहा जा रहा है। करीब 15,000 करोड़ रुपए की लागत से 296 किमी लंबे बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का कार्य तेजी से हो रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास बीते वर्ष 29 फरवरी को किया गया था। चित्रकूट से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेस-वे बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन होते हुए इटावा के कुदरौल गांव के पास लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस से जुड़ेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से बुंदेलखंड पहुंचना आसान होगा। वहां कृषि, वाणिज्यिक, पर्यटन और उद्यमिता के लिए राह आसान होगी और बुंदेलखंड का विकास होगा।
इसी माह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के झांसी आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। यहां वह रानी लक्ष्मीबाई की 193वीं जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। झांसी किला परिसर में प्रधानमंत्री की रैली की तैयारी है। प्रधानमंत्री, झांसी में नल के जरिए जल योजना समेत कई विकास परियोजनाओं की शुरुवात करेंगे। इसके अलावा डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत झांसी नोड में निवेश परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री अगले माह काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर जैसी परियोजना की सौगात जनता को देंगे। वाराणसी का काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा हो गया है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। मार्च 2019 में पीएम मोदी ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। लगभग 400 करोड़ की लागत से यह बन रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा। करीब 36 हजार करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाला यह एक्सप्रेस-वे 595 किमी लंबा होगा। मेरठ से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज पर समाप्त होगा।